काशाी के रण में मोदी का विजय रथ रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल ने बनारस की
गलियों में झाड़ू लगाना शुरू किया तो सपा ने कैलाश चौरसिया और बसपा ने
विजय प्रकाश जायसवाल जैसे दिग्गज को मोदी
के खिलाफ उतारा है तो पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग 18 हजार वोटों से हारने
वाले पूर्वांचल के बाहुबली नेता और बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या
के आरोप में आगरा की सेंट्रल जेल से बंद मुख्तार अंसारी ने कौमी एकता दल के
टिकट पर वाराणसी से चुनाव लड़ने पर वहां के राजनीतिक समीकरण में भूचाल ला
दिया है तो वहीं कांग्रेस भी अपने महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व
मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मोदी को ललकारने के लिए वाराणसी से मैदान में
उतार सकती है..हालांकि यहां पर 3 लाख मुस्लिम, 2.5 लाख ब्राहम्ण, 2 लाख
पटेल, 2 लाख वैश्य, एक लाख यादव मतदाता हैं...हालांकि मुस्लिम मतदाता काशी
के चुनाव परिणाम को बदल सकते हैं...लेकिन सभी दलों की नजर मुस्लिम मतदाताओं
पर है ऐसे में मुस्लिम मतदाता भी पसोपेश में हैं...जबकि पिछले 6 लोकसभा
चुनाव में यहां पर बीजेपी का कब्जा है ऐसे में काशी से मोदी को हराने की
कूवत किसी भी दल में नही है